रिया ने अपनी
दोस्तों की ओर पलटकर देखा, उसका दिल तेज़ी से धड़क रहा था। सुरम्य आवाज़ अब फीकी
पड़ चुकी थी, लेकिन उसके शब्द हवा में गहरे अंकित थे। मीरा की आँखें घबराई हुई
थीं, जो चमकते हुए दरवाजे और गुफा की खड़ी दीवारों के बीच घूम रही थीं। किरण, जैसा
कि हमेशा होता था, ऐसा लगता था जैसे वह बहस करना चाहता हो।
“हम बस… अंदर नहीं
जा सकते,” उसने कहा, अपने हाथ बांधते हुए। “हमें नहीं पता, वह आवाज़ किसी खतरनाक
चीज़ की हो सकती है।”
रिया ने अपनी
मुट्ठियाँ भींची। “और यहाँ रुकना ज्यादा सुरक्षित है?” उसने झुंझलाते हुए कहा। “हम
ज़मीन में एक छेद से गिरकर आए थे, किरण! यह सामान्य नहीं है। हमें जवाब चाहिए, और
वह”—उसने चमकते हुए द्वार की ओर इशारा किया—“हमारा एकमात्र रास्ता है।”
मीरा ने एक लंबी
सांस ली, और अपने काले बालों को चेहरे से हटाया। “वह सही कह रही है, किरण। अगर
यहाँ से बाहर निकलने का कोई मौका है, तो वही द्वार हमें वहाँ ले जाएगा।”
किरण ने बड़बड़ाते
हुए कुछ कहा, लेकिन आखिरकार उसने अपनी आपत्ति मानी। “ठीक है। लेकिन अगर हमें निगल
लिया गया, तो मैं दोनों को परेशान करूंगा।”
तीनों ने मिलकर उस
द्वार की ओर कदम बढ़ाए। जैसे ही वे उसमें दाखिल हुए, हवा उनके चारों ओर लहराने
लगी, जो ऊर्जा से भरी हुई थी। तापमान थोड़ा गिरा, और उनके चारों ओर एक अलौकिक आभा
घेरने लगी। दूसरी ओर, वे एक विशाल भूमिगत दुनिया में उभरे, जो समझ से बाहर थी।
[…] ब्लैक हो गई। कुछ सेकंड बाद—फीड वापस आई, लेकिन अब कैमरे में कोई नहीं था। चैट […]