अधिकार का नया उद्देश्य – अध्याय 14

रिया ने गहरी साँस ली और अपने टुकड़े को मजबूती से थाम लिया। “हम इसे करेंगे। जो भी करना पड़े, हम दोनों दुनियाओं की रक्षा करेंगे।”

मीरा और किरन ने सिर हिलाया, उनके चेहरे पर दृढ़ता की झलक थी।

सेलान ने अपनी हाथों को उनकी ओर बढ़ाया, और हार्टस्टोन ने एक आखिरी बार चमकते हुए धड़कन भरी। एक झिलमिलाती रोशनी का द्वार उनके सामने प्रकट हुआ, जो ऊपर की ओर ले जा रहा था। “यह मार्ग तुम्हें तुम्हारी दुनिया में वापस ले जाएगा। लेकिन याद रखना, क्षेत्रों के बीच संबंध शाश्वत है। यहाँ हमेशा तुम्हारा घर होगा।”

जैसे ही वे द्वार के माध्यम से चले, लुमिनल क्षेत्र की चमक धीमी हो गई और यह सतह की दुनिया के परिचित दृश्य और आवाज़ों में बदल गई। वे उसी तारों वाले आकाश के नीचे उभरे थे, जिसे उन्होंने छोड़ा था—लेकिन अब वे पहले जैसे नहीं थे।

रिया ने अपने दोस्तों को देखा, उसका दिल संकल्प से भर गया। “यह अंत नहीं है, है न?”

मीरा हल्के से मुस्कुराई। “नहीं। यह शुरुआत है।”

किरन ने अपनी अंगूठी की हड्डियों को चराया, उसके हाथ में टुकड़ा हल्के से चमकते हुए। “आओ देखें, यह अंधकार किससे बना है।”


उपसंहार: छाया की पहली झलक

सतह से बहुत नीचे, एक भूली हुई गुफा में, जो हार्टस्टोन की रोशनी से अछूती थी, कुछ हलचल मच रही थी। पत्थरों में से एक हलकी, काली धुंआ निकला और एक रूप में घुल गया, जो द्वेष से झिलमिलाता था। उसकी उपस्थिति ठंडी, प्राचीन और भूखी थी।

जैसे ही यह आगे बढ़ा, इसने एक आवाज़ में फुसफुसाया, जो पत्थरों के बीच गूंज रही थी: “वे आएंगे… और वे गिरेंगे।”

 

 

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