साहस का परीक्षण :अध्यक्ष 7

रिया ने आँखें झपकाईं, जैसे ही घुमावदार रंग स्थिर रूपों में बदलने लगे। वह अकेली एक खंडित चट्टान के किनारे पर खड़ी थी, जो एक अंधेरे, गहरे खड्ड के ऊपर झूल रही थी। गुफा विशाल थी, और केवल दूर-दूर से चमकते हुए हल्के-हल्के प्रकाश से रोशन हो रही थी। मूक सन्नाटा केवल गिरती हुई चट्टानों की आवाज़  और नीचे से किसी चीज के रेंगने की डरावनी आवाज़ से टूट रहा था। “मीरा और किरण कहाँ हैं?” रिया ने आवाज़ दी, उसकी आवाज़ खड्ड में गूंजती हुई चली गई। “वे सुरक्षित … Continue reading साहस का परीक्षण :अध्यक्ष 7