एकता की परीक्षा-अध्याय 20

डोपेलगैंगर हमलावर हुए, उनकी हरकतें तेज और निरंतर थीं। त्रयी ने वापस लड़ाई शुरू की, अपने टुकड़ों का उपयोग करके उन छायाओं को दूर करने की कोशिश की। लेकिन हर बार जब उन्होंने कोई वार किया, डोपेलगैंगर और मजबूत होते गए, जैसे वे उनके संदेह और डर से ताकत प्राप्त कर रहे हों।

“यह काम नहीं कर रहा!” किरन चिल्लाया, अपने डोपेलगैंगर से एक हमले को मुश्किल से बचाते हुए।

“वे हम पर ताकत हासिल कर रहे हैं,” मीरा ने महसूस किया, उसकी आवाज़ कड़ी थी, बावजूद उसके चारों ओर के उथल-पुथल के। “हमारे संदेह पर।”

रिया ने एक पल के लिए रुककर अपने टुकड़े को अपनी हथेली में चमकते हुए देखा। “तो हम संदेह करना बंद कर देते हैं। हम एक-दूसरे पर विश्वास करते हैं। हम खुद पर विश्वास करते हैं।”

उसने अपनी खाली हाथ मीरा और किरन की ओर बढ़ाई। “हमें यह एक साथ करना होगा।”

मीरा ने केवल एक पल के लिए संकोच किया, फिर रिया का हाथ पकड़ लिया। किरन ने भी उसी तरह किया, और उनके टुकड़े एक साथ चमकने लगे, जो कमरे को रोशनी से भर दिए।

डोपेलगैंगर चिल्लाए, उनके रूप धुंए के धुएं में बदल गए। गुफा में फुसफुसाहटें खत्म हो गईं और एक गहरी, गूंजती ध्वनि ने उन्हें घेर लिया।

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2 thoughts on “एकता की परीक्षा-अध्याय 20”

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  2. […] Solene wandered through the market, her eyes darting to every stall, trying to understand the strange, shifting world around her. Then she saw it—a merchant hunched over a table of keys, each shaped […]

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